Computer Kya Hai | कंप्यूटर क्या है?

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Computer Kya Hai:– कंप्यूटर एक Electronic Device है, जिसे Information के साथ काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कंप्यूटर शब्द लैटिन शब्द ‘COMPUTARE’ से लिया गया है,- इसका अर्थ है गणना या प्रोग्राम करने योग्य मशीन।

यदि आप कंप्यूटर क्या है, कंप्यूटर किसे कहते है, कंप्यूटर का मतलब, computer kya hai, What is Computer in hindi, Computer in Hindi, computer kya hota hai, कंप्यूटर क्या होता है। इत्यादि के बारे में सर्च कर रहे है तो इस आर्टिकल से आप सारे सवालों का जवाब मिल जायेगा।

कंप्यूटर प्रोग्राम के बिना कुछ भी नहीं कर सकता है। यह Binory numbers की एक स्ट्रिंग के माध्यम से दशमलव संख्याओं का प्रतिनिधित्व करता है। शब्द  आमतौर पर सेंटर प्रोसेसर यूनिट (CPU) और Internal मेमोरी को संदर्भित करता है।

Charles babbage को कंप्यूटर का “Father” माना जाता है। जिन्होंने सबसे पहले मैकेनिकल कंप्यूटर को Analytical इंजन के रूप में बनाया था, जो ROM (Read only Memory) को Punch कार्ड के रूप में इस्तेमाल कर चलाया जाता था। 

दोस्तों, यदि आपको कंप्यूटर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, तो इस आर्टिकल को धयान से पढ़िए आपको कंप्यूटर और उसके पार्ट्स के बारे में Detail में जानकारी देंगे।

Table of Contents

कंप्यूटर की  परिभाषा | Computer Definition

कंप्यूटर एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस है, जो इलेक्ट्रॉनिक डाटा को स्टोर, ऑर्गेनिसे और प्रोसेस  करता है। 

कंप्यूटर का हिंदी में मतलब | Computer in Hindi

शरू से कंप्यूटर Computer को Clacuation करने के लिए बनाया गया था , Computer लैटिन भाषा से “COMPUTE” से बना है, जिसका मतलब “गणना” करना होता है।

कंप्यूटर का पूरा नाम | Computer Full Name

 इंटरनेट पर कंप्यूटर का पूरा नाम या Computer full name जवाब सर्च करते हैं, तो लोगो को कई सारे रिजल्ट देखने को मिलता है, पर इसमें सबसे प्रचलित नाम इस प्रकार है-

 Commoly operated machine particularly used for technical education and research

जिसका मतलब सामान्य तौर पर किसी विशेष,Technical, Education और researchके लिए ऑपरेट करने वाली मशीन।

C – Commonly

O – Operated

M – Machine

P – Particularly

U – Used For

T – Technical and

E – Educational 

R – Research

कंप्यूटर क्या है | Computer Kya Hai

कंप्यूटर का निर्माण कई सारे उपकरणों से मिलकर बनता है, जिसमें CPU, Monitor, Mouse, Keyborad इत्यादि। शुरुआती दौर में कंप्यूटर का मुख्य का काम “गणना” करना होता था।

इसलिए इसे गणक यंत्र, गणक मशीन, कैलकुलेशन के रूप में बनाया गया था, ये बड़ी से बड़ी कैलकुलेशन को चुटकियों में सॉल्व देता था।

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो इनपुट सूचना को स्टोर, पुनर्प्राप्त और प्रोसेस करने की क्षमता रखता है। आप पहले से ही जानते होंगे कि Documents टाइप करने, ईमेल भेजने, गेम खेलने और वेब ब्राउज़ करने पर इंटरनेट करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हैं। आप इसका उपयोग स्प्रेडशीट, प्रस्तुतियों और यहां तक कि वीडियो को संपादित करने या बनाने के लिए भी कर सकते हैं।

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कंप्यूटर का इतिहास | Computer History in Hindi

संसार की सबसे बड़ी और महान खोज कंप्यूटर का इतिहास बहुत ही दिलचस्प है।आधुनिक समय के कंप्यूटर इतिहास की ही देन है,आइये जानते है इसके इतिहास के कुछ पहलु को।

 

  • लगभग 2500 वर्ष से भी पूर्व चीनियों द्वारा Abacus का इस्तेमाल गणक यंत्र के लिए किया जाता था।
  • दुनिया में सबसे पहले कैलकुलेशन के लिए अबेकस द्वारा ही किया जाता था। और 17 शताब्दी तक कैलकुलेशन के लिए Abacus का ही इस्तेमाल किया जाता था।
  • साल 1017 में John नेपियर ने अपनी किताब “Rabdology” में अपने नए गणितिज्ञ उपकरण “Napier’s Bone” का जिक्र किया था, जिसमे जोड़ना, घटाना, गुणा, भाग इत्यादि किया जाता था।
  • नेपियर के आविष्कार के बाद 1620 में William  Oughtred  ने Slide rule का आविष्कार किया जिसमे वर्गमूल, जैसे सवाल किया को भी हल जाता था।
  • उसके बाद फ्रांस के वैज्ञानिको ने 1642 के आसपास पहला यांत्रिक कैलकुलेटर “Pasclin” का अविष्कार किया।
  • Pascaline में कई सारी गलतियों को गलतियों की सुधर कर इसे एडवांस तौर पर बनाया गया जिसे “Step Reckoner” नाम दिया गया जिसमे जोड़ने घटाने के अलावा, गुणा, भाग, वर्गमूल, भी कर सकते है। 
  • इसके बाद लगभग 1845 में बाइनरी सिस्टम में “George Boole’ द्वारा 1845 में गणित की नयी शाखा “Boolean Algebra” का आविष्कार किया। 
  • Modern computer के समय में coding में  बाइनरी लैंग्वेज का ही इस्तेमाल किया जाता है। 
  • उसके बाद 1822 में कंप्यूटर के फादर कहे जाने वाले Charles Babbage ने Polynomial function को सोल्वे करने के एक कैलकुलेटर बनाया जिसका नाम “Difference Engine” रखा गया। जो स्टीम भाप द्वारा चलाई जाती थी।
  • इसके बाद से ही Analytical Engine को 1833 में डिज़ाइन किया गया। इस इंजन के बाद इसमें छपु, स्टोरेज, रीडर प्रिंटर, इनपुट और आउटपुट का प्रयोग किया गया 
  • इसी से आधुनिक कंप्यूटर की बुनियाद रखी गयी और पीढ़ी दर पीढ़ी इसका विकास होने लगा और कमरे जितने  विशाल कंप्यूटर को लोगो के हाथो में थमा दिया गया आज के समय में कम्यूटर को एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जाया जाता है।

Computer generation | कंप्यूटर की पीढ़ी 

कंप्यूटर के आविष्कार के बाद इसमें हमेशा से ही विकास और बदलाव होते जा रहे है, कम्प्यूटर के इतिहास के साथ आप जान ही चुके होंगे की शुरू में कंप्यूटर का आकार एक कमरे के जितना होता था। और इस्तेमाल करना भी ही मुश्किल हुआ करता था इसलिए आज के समय में कंप्यूटर की कई पीढ़ियों का विकास हो चुका है, इसलिए कंप्यूटर बहुत ही एडवांस हो चुके है। तो आइये जानते है, की कंप्यूटर की कितनी पीढ़ियां है।

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी (1940 1956) | Computer first generation

  • आधुनिक कंप्यूटर को Elon Turing ने सन 1934 में बनाया जिसके बाद सन 1940-56 तक बनाया गया कंप्यूटर को फर्स्ट जनरेशन के अंतर्गत रखा गया है।
  • यह जनरेशन Vaccum Tube, Memory के लिए मैग्नेटिक ड्रम, इत्यादि का इस्तेमाल करते थे इन कंप्यूटर को रखने के लिए एक पूरे 8 x 10 के कमरे की जितनी जरूरत पड़ती है। पहले पीढ़ी के कंप्यूटर का नाम ENAIC, UNIVAC, EDVAC

कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी (1956-1963) | Second generation computer 

  • Second generation computer में 1956-63 के अंतर्गत कंप्यूटर में Vaccum Tube की जगह Transistor का उपयोग किया जाने लगा जिसका साइज वेक्यूम ट्यूब के मुकाबले बहुत कम था।
  • इसे चलाने के लिए कम बिजली की जरूरत होती थी,  है इसका इस्तेमाल प्रोग्रामिंग और हाई लैंग्वेज के लिए किया जाता था आईबीएम ने पहली बार IBM 7094 सेकंड जनरेशन कंप्यूटर को बनाया उसके बाद  CDC 1604, CDC 3600 जैसे कंप्यूटर का निर्माण हुआ। 

कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी (1964-1971) | Third generation computer 

  • 1964-1971 तक कंप्यूटर की Third generation ट्रांजिस्टर, IC और छोटे-छोटे इलेक्ट्रॉनिक, Componenets का इस्तेमाल कर बनाया गया, यह उस समय से कंप्यूटर एडवांस में गिने जाते थे।
  • जहाँ डाटा input करने के लिए keyboard और Mouse का इस्तेमाल किया जाने लगा, Third generation कंप्यूटर्स में IBM 360, ICL 2900 पहले कंप्यूटर बने।

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी (1971-1985) | Forth generation computer

  •  1971-85 तक बने कंप्यूटर forth genration के माने जाते हैं,  जिसमे एक IC के अंदर हजारों, Silicon इलेक्ट्रॉनिक चिप द्वारा बनाई गई कॉम्पोनेंट्स उस किए गए थे, इसमें Microprocessor का इस्तेमाल किया गया था।
  • जिसके कारण कंप्यूटर के अंदर उसे होने वाले उपकरण को छोटा कर दिया गया और कंप्यूटर का आकार छोटा हो गया। ये आकार में छूटे होने के कारण साथ सस्ते और टिकाऊ बनाये गए 4th जनरेशन कंप्यूटर में पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण गया उदाहरण – DEC 10 , STAR  1

कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी (1985 to present) | Fifth generation computer 

1985 के बाद बने सभी कंप्यूटर एडवांस कंप्यूटर में गिने जाते है, जो ULSI Technique Ultra large Scale  Integration पर बनाये गए थे जो छोटे से माइक्रो प्रोसेसर में लाखों कंपोनेंट्स को Inbuilt कर बनाया गया था। पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर में Desktop, laptop इत्यादि को रखा गया।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस | Artificial Intelligence

वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काफी हद तक आगे बढ़ चुका है, जिसमें  कंप्यूटर अपने सोच और समझ के कारण निर्णय ले सकता है। भविष्यत में कंप्यूटर को स्वचलित मशीन AI के द्वारा बनाने के लिए सोचा जा रहा है।

भारत में कंप्यूटर का इतिहास | Computer History in Hindi

सन 1952 में पहला कंप्यूटर Indian science institute के Dr. Dwijish Dutta द्वारा लाया गया था। यह एक analog कंप्यूटर था। इसके बाद बेंगलुरु में Indian science institute ने अलग दूसरा कंप्यूटर लाया गया।

परंतु कंप्यूटर युग की शुरुआत भारत में सन 1956 में हुई जब HEC-2M नाम का कंप्यूटर है, यह पहला डिजिटल कंप्यूटर था जिसके आने के बाद जापान एशिया का दूसरा ऐसा देश है, जहां कंप्यूटर का इस्तेमाल किया गया 

1966 में भारतीय सांख्यिकी संस्थान (Indian Statistical institute) कोलकाता और जवादपुर यूनिवर्सिटी ने मिलकर भारत का पहला डिजिटल कंप्यूटर Transistor द्वारा बनाया गया था। जिसका नाम ISIJU रखा। 

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कंप्यूटर के कार्य | Computer works

किसी भी कंप्यूटर का मुख्य कार्य इनपुट डाटा को मॉडिफाई, स्टोर, प्रोसेस इत्यादि करना होता है। इसलिए निचे दिए गए कुछ पॉइंट इस प्रकार है।

  • उपयोगकर्ता के डाटा को स्टोर करना।
  • इनपुट डिवाइस द्वारा दिए डाटा को ग्रहण करना।
  • Stored डाटा को कार्यानुसार प्रोसेस करना।
  • Input  डाटा को output device के जरिये User को दिखाना ।
  • Data save करना 
  • Stored डाटा को डिलीट करना 

कंप्यूटर की विशेषताएं | Characteristics of computer

Computer एक ऐसी मशीन है जो अपने जो अपनी कार्य करने की विशेष गुण के कारण मनुष्य के काम को आसान करता है, आइये जानते है कौन से ऐसी विशेस्ताएं है।

 Speed-गति 

 कंप्यूटर कार्य को मनुष्य के मुकाबले करता है, कंप्यूटर से हजारों, लाखों इनपुट कमांड को कुछ सेकंड में पूरा किया जा सकता है। 

इसकी स्पीड को 10-12 Pico सेकंड में मापा जाता है, वही आमतौर पर कंप्यूटर का प्रोसेसर का काम Millions of instruction per second में करता हैं।

Accuracy-विशुद्धत्ता 

कंप्यूटर में करे जाने वाले काम में गलतियां नहीं होती है, इसमें इंसानी हस्तक्षेप जैसे निर्देश पर ही गलतियां होती है। 

Versatality-बहुमुखी प्रतिभा 

कंप्यूटर की बहुमुखी प्रतिभा होने के कारण इसे व्यापक तौर पर किया कई क्षेत्रो में इस्तेमाल किया जाता है, यह गणना करने के अलावा कई उपयोगी कार्य करने में सक्षम रहता है, computer का उपयोग Typing, Entertainment, Videography, E-mail, chat सभी तरह के कार्य कर सकते हैं।

Delligence-लगन 

कंप्यूटर एक मशीन होने के कारण अपने कार्य को करने के लिए किसी प्रकार के अन्य Source की सहायता नहीं लेता है, इसमें कार्य को बिना थके, हार्डवर्क के साथ, बिना किसी टाइम बॉउंडेशन के किसी भी कार्य को बड़े ही आराम से कर करता है।

Storage-संग्रहण 

 कंप्यूटर की स्टोरेज मेमोरी बहुत ज्यादा होती है। कंप्यूटर की मेमोरी में स्टोर किए गए डाटा को विभिन्न रूप में संचित किया जा सकता है, इससे आपकी जरूरत की चीजों को सुरक्षित और अनिश्चित काल तक रखा जा सकता है, ताकि आपको उसी कार्य को दोबारा करने की जरूरत ना पड़े।

Communication- संचारण 

एक कंप्यूटर अन्य कंप्यूटर से नेटवर्क के माध्यम से संदेशों का Communicate कर सकते हैं, साथ ही नेटवर्क के द्वारा अपना डाटा एक जगह से दूसरी जगह आसानी से भी भेज सकते हैं।

Reliable-भरोसेमंद 

किसी भी कंप्यूटर का निर्माण उसके हार्डवेयर की Quality को ध्यान में रखते हुए लम्बे समय तक कार्य करने के लिए बनाया जाता है, इसलिए में कार्य करने में लोग इससे इसका इस्तेमाल करते है और अपने जरूरतमंद दस्तावेजों को स्टोर करके भी रखते है।

इस्तेमाल करने में आसान | Easy to use

कंप्यूटर को इस्तेमाल करना आज के समय में बहुत आसान हो गया है, इसको इस्तेमाल करने के लिए ज्यादा पढ़ाई लिखाई की जरूरत नहीं होती इसको सामान्य कम पढ़ा लिखा इंसान भी आसानी से कर सकता है।

हालांकि प्रोग्रामिंग और एजुकेशन रिलेटेड चीजों के लिए एक्सपर्ट का होना ही जरूरी होता है, परंतु अन्य कार्य के लिए  हायर डिग्री या किसी विशेष तरह की डिग्री लेने की जरूरत नहीं है।

Nature Friendly-प्रकृति के अनुकूल    

कंप्यूटर अपना कार्य करने के लिए कागज का इस्तेमाल नहीं करता डाटा के Storage के लिए कागजी दस्तावेजों की जरूरत नहीं है, जिससे प्रकृति के पूर्णरूप से अनुकूल है।

कंप्यूटर में कमिया – Limitations of Computer

कंप्यूटर की एक तरह की  मशीन है, जिसे काम करने के लिए इंसानों पर निर्भर रहना पड़ता है जब तक कोई मनुष्य इसमें Command/Input नहीं डालता यह कोई भी Output Show नहीं करती है।

Computer के अंदर अपना कुछ दिमाग नहीं होता है, यह एक बुद्धिहीन मशीन है इसमें सोचने समझने की क्षमता नहीं होती परंतु  Artificial Intellegence के द्वारा कंप्यूटर को  भविष्यत में सोचने और समझने के तरीके को विकसित किया जा रहा है।

अन्य मशीन की तरह कंप्यूटर एक गंदगी में रखे जाने वाली वस्तु नहीं है धूल मिट्टी से यह खराब हो जाते हैं और इनमें यूज करे जाने वाले सॉफ्टवेयर को समय-समय पर अपग्रेड भी किया जाता है।

कंप्यूटर का परिचय | Introduction of Computer

यदि आप यहां तक पहुँच चुके है तो यक़ीनन आपको कंप्यूटर के बारे में पता चल गया होगा आइये कंप्यूटर का परिचय आपसे करवाते है।

कंप्यूटर का इस्तेमाल करने के लिए हमें अन्य तरह की उपकरण का भी इस्तेमाल करना पड़ता है, जिसको प्रोग्राम के जरिए चलाया जाता है, कंप्यूटर के यह उपकरण हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के नाम से जाने जाते हैं।

ऊपर दिए गए तस्वीर में एक Desktop कंप्यूटर की इमेज है,  इन सभी को मिलाकर कंप्यूटर मशीन का निर्माण किया जाता आइए जानते हैं, इसके बारे में संक्षेप में-

Monitor

TV जैसा दिखने वाला यह उपकरण मॉनिटर कहलाते हैं, वैसे वर्तमान समय में Desktop में बड़े मॉनिटर की जगह LED और LCD जैसे पतले स्क्रीन का इस्तेमाल किया जाता है, Monitor में दिए गए इनपुट को आउटपुट में तब्दील कर दिखाया जाता है।

System unit/Cabinet

छोटे बक्से जैसा दिखने वाला System unit/Cabinet में कंप्यूटर को कार्य करने के लिए आवश्यक यंत्र लगाए जाते हैं जैसे Processor, Hard-disk, RAM, Bios Chip जैसे कई हार्डवेयर का इस्तेमाल किया जाता है।

CPU-Central Proessing Unit

कम्प्यूटर का दिमाग कहे जाने वाले CPU  की फुल फॉर्म central processing unit है, इसमें जो कंप्यूटर के दिए गए इनपुट डाटा को यूजर के अनुसार प्रोसेस करता है, दिमाग की तरह भी इसमें मेमोरी स्टोर करने के लिए रोम का इस्तेमाल होता है। सारे  Input/command CPU से होकर ही डाटा को output तक पहुँचाते है।

Keyboard

कंप्यूटर को इनपुट कमांड देने के लिए keywboard का यूज़ किया जाता है, Keyboard में Alphabetical, Numeric , Special sign जैसे बटन को दबाकर कंप्यूटर में इनपुट दिया जाता है।

Mouse

यह भी एक इनपुट डिवाइस है, जो कंप्यूटर को input देने के लिए ही होता है, परंतु इसमें कीबोर्ड के मुकाबले बटन की नहीं होते है, बल्कि एक कर्सर और क्लिक स्विच होते है जो कंप्यूटर के हाथ की तरह काम करते है।

Speaker 

कंप्यूटर से आने वाली आवाज को स्पीकर के जरिये सुना जाता है क्योंकि speaker एक आउटपुट डिवाइस है  गाने, ऑडियो, वीडियो, Notification pop-up-up भी स्पीकर के जरिये ही सुनी जाती है।

Printer

कंप्यूटर में दिए गए इनपुट को कागज पर छापने की परिक्रिया प्रिंटर का होता है। क्योंकि Hardcopy, sarkari और अन्य जरूरी दस्तावेजों के कार्य कागज पर ही होते है।

कंप्यूटर के प्रकार | Types of  Computer

कंप्यूटर को मुख्यतः आकार ,उद्द्येश और कार्यपणाली के अनुसार तीन भागो में बांटा गया है। जिनके अनुसार कंप्यूटर कई प्रकार के होते है। आइये जानते है, कंप्यूट कितने प्रकार के होते है-

  • Micro-computer
  • Mini computer
  • Super-computer
  • Main-frame computer
  • Desktop computer
  • Analog computer
  • Digital computer
  • Hybrid  computer
  • General purpose computer
  • Special purpose computer

आपने क्या जाना

इस आर्टिकल के जरिये आप कंप्यूटर क्या है, कंप्यूटर का इतिहास क्या है, कंप्यूटर के कितने प्रकार के होते है, Computer का introduction की जानकारी जान चुकें होंगे।

इसी तरह की जानकारियों के categories Section में जाकर आप हमारे अन्य आर्टिकल को पढ़ सकते है।

उम्मीद करता हूँ ! मेरे द्वारा दी गयी जानकारी आपको पसंद आयी होगी कमेंट सेक्शन में जरूर लिख कर बताएं।

हमारा ये आर्टिकल पढ़ने के लिए .

——–धन्यवाद ———

कंप्यूटर से जुड़े सवाल 

कंप्यूटर की खोज किसने की 

कंप्यूटर का आविष्कार Charles babbage ने साल 1833 में की थी। 

कंप्यूटर के कितने प्रकार के होते है ? 

Micro computer

Mini computer

Super computer

Main frame computer

Desktop computer

Analog computer

Digital computer

Hybrid  computer

General purpose computer

Special purpose computer

कंप्यूटर का परिचय 

कंप्यूटर एक Electronic Device है, जिसे Information के साथ काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कंप्यूटर शब्द लैटिन शब्द ‘COMPUTARE’ से लिया गया है,- इसका अर्थ है गणना या प्रोग्राम करने योग्य मशीन।

कंप्यूटर की  परिभाषा

कंप्यूटर एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस है, जो इलेक्ट्रॉनिक डाटा को स्टोर, ऑर्गेनिसे और प्रोसेस  करता है। 

कंप्यूटर का हिंदी में मतलब

कंप्यूटर Computer को Calculation करने के लिए बनाया गया था , कपूरर  लैटिन भाषा से “COMPUTE” से बना है, जिसका मतलब “गणना” करना होता है।

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी

आधुनिक कंप्यूटर को Elon Turing ने सन 1934 में बनाया जिसके बाद सन 1940-56 तक बनाया गया कंप्यूटर को फर्स्ट जनरेशन के अंतर्गत रखा गया है। यह जनरेशन Vacuum Tube, Memory के लिए मैग्नेटिक ड्रम, इत्यादि का इस्तेमाल करते थे इन कंप्यूटर को रखने के लिए एक पूरे 8 x 10 के कमरे की जितनी जरूरत पड़ती है। पहले पीढ़ी के कंप्यूटर का नाम ENAIC, UNIVAC, EDVAC

कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी

Second generation computer में 1956-63 के अंतर्गत कंप्यूटर में Vacuum Tube की जगह Transistor का उपयोग किया जाने लगा जिसका साइज वेक्यूम ट्यूब के मुकाबले बहुत कम था।

कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी

1964-1971 तक कंप्यूटर की Third generation ट्रांजिस्टर, IC और छोटे-छोटे इलेक्ट्रॉनिक, Components का इस्तेमाल कर बनाया गया, यह उस समय से कंप्यूटर एडवांस में गिने जाते थे।

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी

1971-85 तक बने कंप्यूटर forth generation के माने जाते हैं,  जिसमे एक IC के अंदर हजारों, Silicon इलेक्ट्रॉनिक चिप द्वारा बनाई गई कॉम्पोनेंट्स उस किए गए थे, इसमें Microprocessor का इस्तेमाल किया गया था।

कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी

1985 के बाद बने सभी कंप्यूटर एडवांस कंप्यूटर में गिने जाते है, जो ULSI Technique Ultra large Scale  Integration पर बनाये गए थे जो छोटे से माइक्रो प्रोसेसर में लाखों कंपोनेंट्स को Inbuilt कर बनाया गया था। पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर में Desktop, laptop इत्यादि को रखा गया।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है ?

वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काफी हद तक आगे बढ़ चुका है, जिसमें  कंप्यूटर अपने सोच और समझ के कारण निर्णय ले सकता है। भविष्यत में कंप्यूटर को स्वचलित मशीन AI के द्वारा बनाने के लिए सोचा जा रहा है।

Computer works

  • उपयोगकर्ता के डाटा को स्टोर करना।
  • इनपुट डिवाइस द्वारा दिए डाटा को ग्रहण करना।
  • Stored डाटा को कार्यानुसार प्रोसेस करना।
  • Input  डाटा को output device के जरिये User को दिखाना ।
  • Data save करना 
  • Stored डाटा को डिलीट करना 

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