Cryptocurrency kya hai- और कैसे काम करता है?

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Cryptocurrency, जिसे कभी-कभी crypto भी  कहा जाता है, यह एक Digital मुद्रा का एक रूप है, जैसे Bitcoin, एक प्रकार कि cryptocurrency है, आज से 15 साल पहले कि अगर बात करे तो कोई भी नहीं जानता था कि Cryptocurrency kya hai – किस तरह इससे लेन-देन किया जा सकता है। तो आइये आपको बताते कि Cryptocurrency क्या है-ये कैसे काम करता है, और इससे जुड़े सारे टर्म्स को भी। 

Table of Contents

Cryptocurrency Kya Hai- What is Cryptocurrency in Hindi?

Cryptocurrency एक प्रकार की digital currency (मुद्रा) है, Currency जिससे आप अपनी जरुरत का सामन खरदीते है उसे कहा जाता है, जिस तरह भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर, यूरोप  में यूरो और बाकि सभी देशो की अपनी-अपनी currency (मुद्रा) है। उसी तरह cryptocurrency भी एक प्रकार की currency (मुद्रा) ही है, परन्तु ये मुद्रा बाकी मुद्राओ से अलग है- कैसे आइये जानते है? 

Cryptocurrency में trasaction digitaly payment system का द्वारा किया जाता है, ये एक peer-to-peer system है जिसमे payment या transaction के लिए किसी भी बैंक की जरूरत नहीं होती है। मतलब आप किसी को भी direct payment कर सकते है। जिसमे किसी भी तरह की trasaction fees या अन्य शुल्क नहीं देता पड़ता है। 

जिस तरह किसी देश की Currency किसी धातु, या कागज के टुकड़ो पर छापे जाते है, उसे हम physically touch कर सकते है, परन्तु cryptocurrency को touch नहीं कर सकते क्योकि इसका कोई physical रूप नहीं है।

Cryptocurrency का नाम उसकी लेन-देन में से जुड़े verifiction process में high level encryption code से पड़ा है। एडवांस coding  के मदद से cryptocurrency के data को wallets और public ledger के बीच transmit  कर सकते है। इस ecryption का aim currency को security और safety प्रदान करना होता है।

Cryptocurrency meaning in Hindi

Cyptocurrency का मतलब (cryoptocurrency meaning in Hindi) virtual money है, इसे चोरी कर पाना मुमकिन नहीं है और न ही किसी भी प्रकार की हैकिंग से क्यंकि ये block chain टेक्नोलॉजी द्वारा cryptographic method पर बने होते है। जिसमे ब्लॉक्स की चीन को तोडना मुमकिन नहीं है।

physicaly available  न होने से cyptocurrency को सिर्फ किसी कंप्यूटर से वेबसाइट के जरिये और मोबाइल में app से digitally किया जाता है, इसे transaction का safe method bhi कहा जा सकता है।

Cryptocurrency कैसे काम करता है? 

Cryptocurrency Distributed ledger technology पर कार्य करती है, जिस technology पर भी  Blockchain कार्य करती है। जिसमे सभी transaction  के डाटा को स्टोर किया जाता है। ये Cryptocurrency कंप्यूटर द्वारा  बनाये जाते है जिसे crypto mining भी कहते है। 

cryptomining powerful computer और complicated mathematical algorithm को जोड़ कर Digital coins बनाते है। ये miners cryptographic algorithms को solve कर एक unbreakable और  बेहतर blocks को खोजा जाता है।खोजे हुए block code को  blockchain में add कर पूरे chain के पूरे network से verify किया जाता है   इस verification  process को Consensus कहते है।

Consensus से पूरी सरक्षा मिलने के बाद mining complete हो जाती है, और एक नयी Cryptocurrency  बनकर तैयार हो जाती है। cryptominers को इसके बदले में कुछ crypto rewards के रूप में दिए जाते है जिसे “proof of work” भी कहा जाता है।

यदि आपके पास Cryptocurrency है, इसका इस्तेमाल आप किसी third party app और software  के through  कर सकते है। इस app में Digital password जिसे key भी कहा जाता है, सहायता से  Cryptocurrency को देख और trasaction कर सकते है।

Bitcoin को Mine करने के लिए कई सारे hardware और software की जरुरत पड़ती है। पहले बिटकॉइन को personal computer पर mine किया था। हालाँकि जैसे-जैसे bitcoin की लोकप्रियता बढ़ती गयी उनमे mining के और ज्यादा नेटवर्क शामिल किये गए।

Cryptocurrencey की value 

जिस तरह 1$ की कीमत लगभग 74 रूपए है, एक यूरो 80 रूपए उसी तरह cyrptocurrency की कुछ value होती है, जिनमे कई कैप्टोकोर्रेंसी वैल्यू को 10 ग्राम सोने की कीमत से भी 10 गुना ज्यादा है और इसकी वैल्यू घटती बढ़ती रहती है, वैसे तो Cryptocurrency को Digital money,  Electronic money, या Virtual money, भी कहता है। जिसे हाथो से छू नहीं सकते और ना ही इसे आम मार्किट में दे कर खरीददारी कर सकते है, क्योकि ये अभी किसी भी देश की legal currency नहीं है।

Types of cryptocurrency-Cryptocurrency कितने प्रकार के है?

Cryptocurrency के बारे में ज्यादातर लोग Bitcoin को ही समझते है, पर ये सबसे महंगी cryptocurrency है। ओर इसके अलावा भी कुछ और अन्य Top cryptocurrency है, जिनके बारे में आप इस आर्टिकल के माध्यम से जान सकते है-

1. Bitcoin

Bitcoins दुनिया की सबसे पहली cryptocurrency थी जिसने सबसे ज्यादा सफलता प्राप्त की थी, इससे पहले भी कई Digitalcurrency  को लांच किया गया था पर, उनमे से कोई भी सफल नहीं हो पाया था। कहा जाता है बिटकॉइन के लांच के समय इसकी कीमत 10 पैसे से भी कम थी, कई हज़ारो बिटकॉइन देकर पिज़्ज़ा ख़रीदा जाता था। 12 साल बाद इसकी कीमत 15 लाख से भी ज्यादा हो चुकी है।

Code:- BTC, XBT

First released:- 2009

Created by:- Satoshi Nakamoto

Avg price/per coin: -17 लाख INR

2. Dogecoin

Dogecoin,  जिसे अक्सर लोग Doge के रूप में जानते है, शुरू में इसक नाम Litecoin के नाम रखा जाना था, “Proof of work” में  इसका नाम parody based internet meme से  Dogecoin रखा, शुरआत में ये worthless  cryptocurrency था पर साल  2021 में tesla के CEO  Elon musk द्वारा Dogecoin invest करने की खबर से इसे popularity  मिली हालाँकि अब इस coin की स्थिति ठीक नहीं है।

Code:- DOGE

First released:- 2013

Created by:- Jacksun palmer  & Billy marcus

Avg price/per coin: – 5.29 rupees INR

3. Ethereum

Etehereum primary या टॉप cryptocurrency में शामिल है, लोग इसे bitcoin का competitor भी कहते है, ये एक Open source Distributed ledger technology है, इसकी programming और coding bitcoin से भी ज्यादा popular है,

Cryptocurrency की दुनिया में ये “Ether” के नाम से फेमस है। september 2022 की महीने में Etherreum के ट्रांसक्शन को execute और validate करने के तरिके को बदल दिया गया है, खबरों की माने तो इसके PoW से PoS में “The Merge” के नाम से कहा जाता है। पुराने Block chain technology जिसमे Proof of work  (PoW) को Beacon chain में merge कर इसका उपयोग PoS में किया जायेगा, PoS  का motive trnsaction स्पीड को और fast करना है। 

Code:- ETH

First released:- 2015

Created by:- Vitalik Buterin & Gavin Wood

Avg price/per coin: – 1.10 lakh INR

4. LiteCoin

शुरूआती दौर में bitcoin  के alternative  के option  के रूप में माना गया, क्योंकि ये पूरी तरह bitcoin  के scrypt  hashing  algirithm पर चलता है, कई advocates  द्वारा bitcoin use किये जाने वाले SHA-256 encryption  की तुलना में manage करना आसान मानते थे।

Code:- LTC

First released:- 2011

Created by:- Charlie Lee

Avg price/per coin:- 4,478 INR

5. Monero

Public distributed ledger का इस्तेमाल कर मोनरो ने साल 2018-2019 में cryptomining हमलो के लिए पसंद Cryptocurrency के रूप में कुख्याति प्राप्त की। क्योंकि attackers ने छुपकर monero miners के system में hack करने का सोचा पर Blockchain technology का इस्तेमाल कर इस attack को रोक दिया गया Dark web security features के चलते में इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है।

Code:- XMR

First released:- 2014

Created by:- Nicolas van Saberhagen

Avg price/per coin: – 11,958 INR

6. Steller

Stelalr का अपना unique प्रोटोकॉल है, जिसे steller consense protocol भी कहते है, जो एक distributed Ledger से transaction का settlement करता है। stellar payment transfer method में सबसे fast और low cost transfer है। 

Code:- XLM

First released:- 2014

Created by:- Jed McCaleb

Avg price/per coin: – 9.56 INR

7. Namecoin

Namecoin पूरी तरह से bitcoin पर आधरित है ये भी bitcoin की तरह Decentralised open source network और “proof of work” algorithm  पर काम करता है। Bitcoinऔर Namecoin दोनों की संख्या 21 milloin ही है, नामेकइन सबसे पहला bitcoin का fork  था, और ये सबसे नया altcoin  भी है, जिसने सबसे पहले Merged Mining और एक decentenralized DNS Namecoin sqaure Zooko’s triangle को implement किया था।  

Code:- NMC

First released:- 2011

Created by:- Vincent Durham

Avg price/per coin: – 92.82 INR

8. BitTorrent

BitTorrent  Peer-to-peer distributed common technology पर काम करता है, BitTorrent का foundation BitTorrent Inc. द्वारा बनाया गया था, जिसकी सबसे ज्यादा demand data transferring के लिए की जाती है।

Code:- BTT

First released:- 2001

Created by:-Bram Cohem

Avg price/per coin: – 0.0000646 INR

9. Tether

Tether एक assets base stablecoin है, जिसका मूल्य एक dollar के आस पास रहता है, Tether, Blockchain और Ethereum  technology पर based है। इसे Honkong  based  कंपनी Tether limited ने किया था। शुरू में इस कॉइन को “Realcoin” के नाम से जाना जाता था बाद में इसका नाम “Tether” रख दिया गया जिसे Omni layer protocol  पर लांच हुआ।

Code:- USDT

First released:- 2014

Created by:-J.R. Willett

Avg price/per coin: – 84.96 INR

10. Polygon

Polygon Ethereum technology पर बेस्ड है, शुरुआत में polygon ने poor interface  और low transaction  speed जैसे problem  को face किया बाद में अपने काम में सुधार कर इसके कार्य बेहतर बनाया।, Polygon को government की data और उनकी security के purpose से बनाया गया था, यह एक indian बेस्ड कंपनी है, software enginner द्वारा बनाया गया है।

Code:- MATIC

First released:- 2019

Created by:- Jayanti kanani, Sandeep nailwal, Anurag arjun, and Mihailo bjelic

Avg price/per coin: – 70.40 INR

Digital payment system क्या है?

आज के समय में जिस तरह आप Internet banking ,UPI जैसे माध्यम से पैसो को अपने account से किसी दूर account में भेजते है ये सभी digital payment system, उसी तरह cryptocurrency में भी digital payment के अंतर्गत आता है।

Cryptocurrency History

जिस तरह किसी भी काम की शुरआत के बाद लोग उसके फायदे और नुकसादन के बारे में बात करते है, और उसके इतिहास के बारे में बात नहीं की जाती, परन्तु इतिहास होता अहम है, क्योकि किस व्यक्ति के दिमाग में ये बात आयी थी, और इसकी शुरुआत कैसे हुई थी ये जानना भी बेहद जरूरी है, इसी तरह Cryptocurrency का इतिहास है आइये जानते है-

cryptocurrency के लिए सबसे पहले विचार 1983 में, एक अमेरिकी software developer David Chaum ने पेपर पर लिख कर की थी, जिसे anonyms cryptographic electronic money का नाम दिया गया था। जिसका concept पैसो को बैंक के बिना direct user तक भेजना था। chaum ने 1995 में एक cryptocurrency का prototype को भी develope किया जिसका नाम Digicash रखा। Digicash को use  करने के लिए software और digital password या keys की जरुरत पड़ती थी। 

इसके बाद 1996 में National security agency ने How t make to मिंट के जरिये Encrypted electronic cash को क्रिप्टोग्राफी को  Newspaper में  पब्लिश किया जिसमे cryptocurrencyके बारे में लोगो बताया गया। इसके साथ ही इसे 1997 में American law of review में पब्लिश किया गया।

साल बीतते ही 1998 में Wei dai ने एक और electronic cash  system “B money” का निजात किया, और इसके तुरंत बाद ही Nick  Szabo द्वारा BitGold को पब्लिश किया।

साल 2009 में पहली decetraized cryptocurrency बिटकॉइन को लांच किया गया जिसे Developer Satoshi nakamoto  द्वारा बनाया गया था। ये SHA-256 एक क्रिप्टोग्राफ़िक हैश पर कार्य करता है, जिसे “proof of work” scheme का नाम दिया गया। उसके बाद 2011 में Namecoin ये भी Decnetralized  डंस पर बनाने के प्रयास रूप में बनाया गया जो internet censorship को बहुत मुश्किल बना देगा, इसके तुरंत बाद litecoin  release हुआ जो SHA-256 की बजाय Hash function पर काम करने लगा। 

फिर साल अगस्त 2014 ने UK government ने cryptocurrency पर रिसर्च केने की घोषणा कर दी ताकि आगे जाकर इसका भविष्यत क्या होगा। आज के समय में cryptocurrency को हम खरीद और बेच सकते है इसके साथ ही invest करके भी पैसे कमा सकते है। 

क्या भारत में cryptocurrency legal है?

जी हाँ भारत में cryptocurrency legal है, आप cryptocurrency को खरीद और बेच सकते है, और Invest  भी कर सकते है, कुछ समय पहले आयी खबर के मुताबिक इस पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गयी थी, परन्तु RBI और Supreme court द्वारा फैसला बदल दिया गया है, मगर पर cryptocurrency के ट्रांसक्शन पर टैक्स को बढ़ा दिया गया है। 

ये जरूरी नहीं की हर देश में ये legal है कई देशो में अभी तक cryptocurrency illegal है, क्योकि  शुरू से ही इसका इस्तेमाल ज्यादातरअवैध कामो के लिए किया जाता रहा है।

Cryptocurrency कैसे  खरीदे ?

Internet पर कई Website और Mobile में App के जरिये आप marketplace या Exchange platform से cryptocurrency को खरीद-बेच और इनमे इन्वेस्ट कर सकते है- 

ये है Crypto-marketplace की लिस्ट

  • Wazir X 
  • Wazir X 
  • Coin Switch-kuber
  • Coin DCX
  • Gemini
  • Uphold
  • Coinbase
  • Binance
  • eToro
  • Kraken
  • Bitcoin IRA
  • Crypto.com

Cryptocurrency के फायदे- Cyptocutrrency benefits in Hindi

Cryptocurrency के कई सारे फयदे है।

  • ये एक digital currency है, इसीलिए इसमें फ्रॉड होने के चान्सेस ज्यादा है।
  • Cryptocurrency के खरीदना, बेचना और इनमे invest करना बहुत आसान है क्योकि इनमे virtual wallets उपलब्ध है।
  • Cryptocurrency में किसी भी Central Authority (यानि) बैंक की जरूरत नहीं होती है।
  • Cryptocurrency  में इन्वेस्ट बहुत ही अच्छा तरीका है क्योकि इनके स्टॉक में तेजी से उछाल आता है।
  • यह एक Secure Payment method है। 
  • Paperless transaction होने से Environment safetyऔर नोट छापने के लिए पेड़ो की कटाई पर रोक लग सकता है।

Cryptocurrency के नुक्सान- Cyptocutrrency Side-effect in Hindi

जिस तरह हर काम में फयदे होते है उसी तरह उसके नुक्सान भी होते है, आइये जानते है cryptocurrency में होने वाले नुक्सान

  • किसी भी देश के authority न होने से सबसे बड़ा रिस्क पैसे डूबने का है, इसलिए इनका price अचानक ही बढ़ता और घटता रहता है। 
  • Digital currency होने के कारण ये हैक हो सकता है, वैसे कहा तो यही जाता है की ये Blockchain technology पर काम करता है इसे hack कर पाना मुमकिन नहीं  है, परन्तु Ethreum एक बार हैक हो चुका है। 
  • Cryptocurrency का इस्तेमाल ज्यादातर illegal activities में शुरू से ही होता रहा है, black market  और dark web में इससे लोग Weapons, drugs, Hacking में करते है।
  • Physical रूप न होने के कारण कम बिना किसी Mobile या Computer  के कर पाना संभव नहीं है, जिससे लोकल मार्किट में cashflow रुक सकता है।

Cryptocurrency क्या वीडियो देखकर समझे 

निष्कर्ष 

अगर आम भाषा में समझे तो Cryptocurrency एक प्रकार Computer File है, जिससे advance  computer  और software  द्वारा बनाई जाती है, जिस तरह किसी, Word  फाइल Mp3 फाइल, और अन्य किसी भी फाइल को download या  delete कर सकते है, पर Cryptocurrency-  Cryptography, encrypted hash code  से बनने के कारण इसे Hack या delete नहीं किया जा सकता है।

इस आर्टिक्ल के मदद से आप जान चुके होंगे की Cryptocurrency  Kya  है, ये कैसे काम करता है, Cryptocurrency क्यों जरूरी है, क्यों आप  इसके फायदे और नुक्सान क्या-kya है।

उम्मीद करता हु आपको मेरी दी गयी जानकारी पसंद आयी हो, यदि आप किसी प्रकार की cryptocurrency से related query या सलाह देना चाहते है तो प्लीज हमे कमेंट करे। आपका हर कमेंट हमारे लिए मूलयवान है!

Cryptocurrency FAQ

क्रिप्टोकोर्रेंसी  क्या  है ?

Cryptocurrency एक प्रकार की digital currency (मुद्रा) है, जिसमे cryptographic hash code algorithm पर निर्धारित है जो ब्लॉकचैन tecnology द्वारा secure रहते है।

Bitcoin coin kya hai ?

बिटकॉइन एक प्रकार की cryptocurrency है, जिसे साल 2009 में Satashi Nakamoto ने Blockchain technology पर बनाया था, ये एक open source decentralized ledger पर पब्लिश किया था।

क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें ?

क्रिप्टोकरेंसी में wazir X , CoinDCX , और Coin Switchkuber mobile app के जरिये निवेश कर सकते है।

Top क्रिप्टो करेंसी लिस्ट in Hindi

Bitcoin
Ethereum
Dogecoin
Litecoin
Polygon
BitTottent
Monero
Namecoin

Cryptocurrency meaning in Hindi

Cyptocurrency का मतलब (cryoptocurrency meaning in Hindi) virtual money है, इसे चोरी कर पाना मुमकिन नहीं है और न ही किसी भी प्रकार की हैकिंग से क्यंकि ये block chain टेक्नोलॉजी द्वारा cryptographic मेथोड़पर बने होते है। जिसमे ब्लॉक्स की चीन को तोडना मुमकिन नहीं है।

Digital payment system क्या है?

आज के समय में जिस तरह आप Internet banking ,UPI जैसे माध्यम से पैसो को अपने account से किसी दूर account में भेजते है ये सभी digital payment system, उसी तरह cryptocurrency में भी digital payment के अंतर्गत आता है।

Cryptocurrency कितने प्रकार के है?

Cryptocurrency कई प्रकार के है-
Bitcoin
Ethereum
Tether
Litecoin
Shiba inu
Polygon
Dogecoin
XRP
Cardano
Solana
Tron
IOTA
Cosmos
DASH
Zcash
NEO
Vechain

बिटकॉइन का रेट इंडिया में कितना है?

 बिटकॉइन का रेट हमेशा बदलता रहता है, पर oct 2022 में इसका रेट लगभग 17 लाख रूपए है।

क्या भारत में cryptocurrency legal  है?

जी हाँ भारत में cryptocurrency legal है, आप cryptocurrency को खरीद और बेच सकते है, और Invest  भी कर सकते है, कुछ समय पहले आयी खबर के मुताबिक इस पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गयी थी, परन्तु RBI और Supreme court द्वारा फैसला बदल दिया गया है, मगर पर cryptocurrency के ट्रांसक्शन पर टैक्स को बढ़ा दिया गया है। 
ये जरूरी नहीं की हर देश में ये legal  है कई देशो में अभी तक cryptocurrency illegal  है, क्योकि  शुरू से ही इसका इस्तेमाल ज्यादातरअवैध कामो के लिए किया जाता रहा है।

बिटकॉइन का मालिक कौन है?

बिटकॉइन के मालिक Satashi Nakamoto है, जिनका जन्म जापान में हुआ जो एक कप्यूटर scientist है।

क्रिप्टोकोर्रेंसी की शुरुआत कब हुई ? 

क्रिप्टोकोर्रेंसी की शुरुआत 1983 में पहली बार David chaum ने Digicash से की। 

सबसे ज्यादा बिटकॉइन किस देश में है?

सबसे ज्यादा बिटकॉइन अमेरिका के पास है-19%
जबकि चीन के पास 18% और नाइजीरिया के पास 15% है। रूस और कनाडा में 14-14 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि जर्मनी और इटली के पास 13 प्रतिशत और 12 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

Cryptocurrency के फायदे क्या है? 

ये एक digital currency है, इसीलिए इसमें फ्रॉड होने के चान्सेस ज्यादा है।
Cryptocurrency के खरीदना, बेचना और इनमे invest करना बहुत आसान है क्योकि इनमे virtual wallets उपलब्ध है।
Cryptocurrency में किसी भी Central Authority (यानि) बैंक की जरूरत नहीं होती है।
Cryptocurrency  में इन्वेस्ट बहुत ही अच्छा तरीका है क्योकि इनके स्टॉक में तेजी से उछाल आता है।
यह एक Secure Payment method है। 
Paperless transaction होने से Environment safetyऔर नोट छापने के लिए पेड़ो की कटाई पर रोक लग सकता है।

Cryptocurrency के नुक्सान क्या है? 

किसी भी देश के authority न होने से सबसे बड़ा रिस्क पैसे डूबने का है, इसलिए इनका price अचानक ही बढ़ता और घटता रहता है। 
Digital currency होने के कारण ये हैक हो सकता है, वैसे कहा तो यही जाता है की ये Blockchain technology पर काम करता है इसे hack कर पाना मुमकिन नहीं  है, परन्तु Ethreum एक बार हैक हो चुका है। 
Cryptocurrency का इस्तेमाल ज्यादातर illegal activities में शुरू से ही होता रहा है, black market  और dark web में इससे लोग Weapons, drugs, Hacking में करते है।
Physical रूप न होने के कारण कम बिना किसी Mobile या Computer  के कर पाना संभव नहीं है, जिससे लोकल मार्किट में cashflow रुक सकता है।

Fiat Money क्या है?

Fiat मनी सरकार द्वारा जारी currency (मुद्रा) को कहते है, जो सोने जैसे वस्तु द्वारा समर्थित है, Central bank फ़िएट मुद्रा की वैल्यू के हिसाब से कागज़ के नोट को छापा जाता है। “मतलब हम कागज के नोट को फ़िएट मनी कहते है।”

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