What is e-mail in Hindi | ईमेल क्या है | पहला ईमेल किसने भेजा ?

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Email का पूरा नाम (Electonic -mail ) है।  इसके जरिये हम एक computer से दूसरे computer तक सन्देश को भेज सकते है, वो भी internet के माध्यम से।

What is e-mail in Hindi- ईमेल क्या है ?

क्या आप जानते है, कि email क्या है (what is e-mail) और सबसे पहले email किसने भेजा ? आइए जानते है की पहले E-mail किसने, कब लिखा (who sent the first e-mail) e-mail क्या है, कैसे लिखते ? 

सन्देश कई तरह के हो सकते है। जैसे की Text , Image , कोई  documents  जैसे word , ppt , pdf etc.

वैसे तो आज के समय में लोग E-mail को कंप्यूटर से ज्यादा स्मार्टफोन से भेजते है। 

आज के समय में E-mail  सबसे ज्यादा use होने वाला messanger  बन चूका है। Professional world  में

E-mail  आज के तौर पर एक e-mail  भेजना एक लिखित proof  बन गया चूका है। Paperless  क्रांति की दुनिया में इसे सरकार भी legal  रूप से मानती है। 

How to send an E-mail ( ईमेल कैसे भेजे ) ?

एक ईमेल भेजने के लिए आपको Email address की जरुरत पड़ती है। वैसे तो एक Professional  E-mail address बनाने के लिए आपको username  और domain name  के जरुरत होती है। लेकिन internet पर इसे free में भी बनाया जा सकता है। 

Who sent the first email (पहला ईमेल किसने भेजा) ?

रे टॉमलिंसन (Ray Tomlinson) ने सन 1972 में  @ Sign का निर्माण किया इसलिए उन्हें E-mail को  बनाने का inventor कहा जाता है।

Ray Tomlinson  ने  पहला E-mail अपने आप को ही भेजा था ।

 

लेकिन इसकी खोज 30 August 1982 में एक  Indian  American नागरिक  MR.V.A Shiva ayyadurai(अय्यादुरई ) ने की थी।  

साल 1978 में अय्यादुरई ने एक कॉम्पटर program  बनाया जिसे E-mail कहा गया । इसमें inbox ,outbox ,folders , memo , attachments , जैसे options  थे।

E-mail के प्रकार 

 

Web-Based

कई E-mail Service provider जैसे hotmail,yahoo,outlook, gmail इत्यादि ये सब Web-based E-mail सेवाएं प्रदान करते है। जिसे किसी भी web-browser की मदद से भेज सकते है, इन ईमेल को predownload  नहीं किया जा सकता है। isiye हम किसी भी E-mail को ओपन करने के लिया इंटरनेट की जरुरत होती है।  

Famous web-based E-mail services

G-mail 

Yahoo mail

Rediffmail

Hotmail

Indiatimes

Zapak

Epatra

AOL

POP3 E-mail  Server

Post ofiice Protocol 3 E-mail में आप किसी में Software और Application  की सहायता से E-mail भेज सकते है। एक बार E-mail भेजने के बाद इसे आमतौर पर server से हटा दिया जाता है। PoP3 की मदद से अगर कोई E-mail डाउनलोड करे तो उसके साथ ही सर्वर से हटा दिया जाता है , हलाकि आप चाहे तो इसे डोनलोड के बाद भी सर्वर में रहने दे सकते है। 

IMAP  E-mail Server  

Internet message access protocol (IMAP) में आप मैसेज को पढ़ और सेव कर सकते है। ये E-mail service  handheld  device  में इस्तेमाल होता है जैसे की smartphones, tablate Etc. ताकि इस पर हम कही से भी access  कर सके और उसका जवाब दे पाए। हल्की आजकल कई laptop  में भी इसका प्रचलन  हो चुका है। 

E-mail कैसे भेजे [Step-by-Step]

एक E-mail भेजते समय कई सारे parameters और बातो का ध्यान रखना चाहिए जिसमे कुछ technical terms  का भी प्रयोग करा जाता है आइये जानते इसे [Step-by-Step] method  से।

Step-1:  सबसे पहले हमे ईमेल भेजने के लिए इसे “Compose” करना पड़ता है। 

Step-2 : “To” इस coloum में  जिसे आप messsage भेजना चाहते है उसका E-mail address भरे। 

Step-3 : इसके बाद “Subject”  में E-mail के  content  की  Heading short line  में लिखे

Step-4 : Message/Content Body ये वो जगह है जहा आप अपना Message/Content  create  करते है।

Step-5 :  “CC”  (Carbon  copy) यह टर्म User को  Allow  करता है अगर आप एक E-mail को एक  recepients से ज्यादा  recepients तक Direct E-mail address specify न करके भेजना चाहे तो वहां User  “CC”  (Carbon  copy) का इस्तेमाल कर सकते है।

जिससे वो E-mail डायरेक्ट न जाकर उसकी एक कॉपी other recepients तक पहुंच जाती है। पर वो E-mail हर recepients को ये दिखाई देता है की ये मैसेज किस किस E-mail address को  भेजा जा गया है। पर वो चाहे “To” में हो या फिर “CC” में । 

Step-6: “Bcc” (Blind carbon copy) ये टर्म भी “CC” की तरह होता पर इसमें recepients एक दूसरे का Message  नहीं देख सकते है। ये optional  term  है। 

Step-5 : अंत में Message/Content Body के निचे अपना signatute  जिसमे अपना Name , Mobile no. लिख कर send  कर दे।

E-mail bounce कब होता है ?

E-mail bounce का मतलब है जब कोई E-mail address valid न हो तो वो वापस sender के पास आ जाता  है।

Valid E-mail  कैसे भेजे ?  

आइये जानते वैलिड ईमेल कैसे भेजे 

1. सबसे पहले ईमेल का username, domain name  और @ Signका होना जरुरी है अगर इनमे से कुछ भी missing हो तो E-mail bounce हो जायेगा। 

2. एक यूजरनाम 64 characters  और domain  name 254 characters  से ज्यादा लम्बा नहीं होना चाहिए। 

3. @ Sign के बिना कोई भी E-mail address नहीं होता इसलिए E-mail भेजने से @ जरूर चेक कर ले।

4. एक E-mail Address username और domain के साथ end नहीं होता उसके लिए  extension जरूर लगाना चाहिए  .Com/.in/.net/.xyz/.online

5. ऊपर लिखे गए Points को ध्यान में रखते हुए E-mail भेजे तो वो कभी bounce नहीं होगा। 

E-mail के लाभ 

अगर हमे किसी को कोई messge  भेजना हो तो हमे उसका Address पता होना चाहिए वैसे ही अगर हमे किसी को online message भेजना हो तो हमे उसका e-mail Address  होना चाहिए, इस माध्यम से भी हम किसी को contact कर सकते है। आइए जानते e-mail के  क्या-क्या लाभ है। 

  • Fast communication : अगर आप किसी के साथ Fast  communicate  करना चाहे तो उसे e-mail के जरिये तुरंत contact  कर सकते एक e-mail कुछ seconds में ही पहुंच जाता है। 
  • Convinient  : E-mail आज के दौर में बहुत ही easy और conviently भेज सकते है। आप इसे अपने घर, ऑफिस, घूमते हुए कही से भी भी laptop या smartphone के जरिये जरुरी information  एक दूसरे को आसानी से भेज सकते है। 
  • Content attachment : pahle एक E-mail में आप केवल text Content ही भेज सकते थे। पर आज के समय में e-mail के जरिये photos, audio  files, video files, Pdf , PPt, और अन्य Content attach करके भेज सकते है।
  • Free  Commnunication : Web server e-mail service आज के समय में free में उपलब्ध है।
  • User  Freindly  : E-mail को उसे करना काफी आसान बनाया गया है user अपने recepients  को कोई भी मैसेज चंद seconds  में भेज देता है। 
  • No content  limit  : किसी भी e-mail को भेजने के लिए text और attachment  की कोई limit  नहीं है, आप चाहे तो e-mail में कितने  word  भी use  कर सकते है heavy  files जैसे बड़े video  को छोड़कर।
  • Maintain  Record : E-mail की जरिये आप अपने भेजे गए और प्राप्त किये गए e-mail का रिकॉर्ड रख सकते है वो भी बिना किसी space limit  के।
  • Security : हर e-mail service  provider  एक विशेष login  id  और password  अपने user  को देता है जिससे की उसके e-mail Address का गलत इस्तेमाल न हो सके। 

E-mail की कमी- Drwabacks ऑफ़ Email

वैसे तो e-mail बहुत ही फायदेमंद communication medium  है, पर उसकी कुछ कमियां भी है।

  1. e-mail भेजने के लिए एक इंटरनेट की जरुरत 
  2. हैवी या लार्ज साइज की फाइल्स हम e-mail में नहीं भेज सकते है। 
  3. सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन फाइल्स को e-mail के जरिये नहीं भेजा जा सकता है। 

Conclusion ( निष्कर्ष  )

इस आर्टिकल में आपने जाना की पहली बार e-mail किसने लिखा और e-mail क्या है कैसे लिखते है इत्यादि उम्मीद है ये जानकारी आपको पसंद आयी होगी ऐसी ही और अन्य जानकारी के लिए जुड़े रहे मेरे साथ और अगर कोई डाउट या इशू हो इस अतिक्ले को लेकर तो कमेंट जरूर करे।

 

Read more:- Guest posting क्या है 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

  

 

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